चाहे वह मनुष्य का हो या किसी जीव का..इसलिए सब पर दया करो. खुद जीयो और दूसरों को भी जीने दो. जी हां, यह धरती का वह सिद्धांत है जिसे जैन धर्म के 24वें तिर्थंकर स्वामी महावीर ने दिए. यह सिद्धांत मानवों को सभी जीवों के प्रति दयालू रहने और प्रकृति के प्रति समर्पण की प्रेरणा देता है. स्वामी महावीर ने अपने उपदेशों के जरिए प्रेरणा देकर भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को वसुधैव कुटुंबकम की भावना का साक्षात्कार कराया. महावीर ने पांच महाव्रत, पांच अणुव्रत, पांच समिति, तीन गुप्ति और 6 अनिवार्य का सिद्धांत देकर मानव जीवन कैसे उत्कृष्ट और श्रेष्ठ है, इसकी विवेचना की. उनके पंचशील आज भी हमें महामानव बनने की प्रेरणा देते हैं.
जीवन अनमोल है